
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम और एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जीपीएम जिले को एनीमिया मुक्त जिला बनाने आज जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट से रक्त शक्ति महा अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत 13 से 45 वर्ष आयु वर्ग के जिले में लक्षित लगभग 65 हजार महिलाओं का एचबी जांच के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 218 और शहरी क्षेत्रों में 12 जांच केंद्र बनाए गए हैं।
अभियान के शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी, अपर कलेक्टर नम्रता आनंद डोंगरे, एसडीएम पेण्ड्रारोड ऋचा चंद्राकर, तहसीलदार प्रीति शर्मा, नगरपालिका परिषद गौरेला उपाध्यक्ष श्रीमती रोशनी तापस शर्मा सहित सभी महिला अधिकारी-कर्मचारी एवं अन्य महिलाओं ने अपना हीमोग्लोबिन (एचबी) जांच कराया। इसके साथ ही जिले के सभी 230 जांच केंद्रों में शालाओं में अध्ययनरत किशोरी बालिकाओं और महिलाओं का जांच किया गया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग 57 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में लगभग 61 प्रतिशत महिलाएं जिनकी आयु 13 से 45 वर्ष के मध्य है, एनीमिया से पीड़ित हैं। राष्ट्रीय पोषण अभियान कार्यक्रम में प्रतिवर्ष एनीमिया को 3 प्रतिशत तक कम किए जाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए और एनीमिया के सम्पूर्ण निर्मूलन के लिए भारत सरकार द्वारा प्रारंभ एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के लक्ष्य प्राप्ति के लिए जीपीएम जिले में रक्त शक्ति महा अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया है।